सुर्ख़ लहू से रची आज़ादी । सुर्ख़ लहू से रची आज़ादी ।
छुआ आपने अन्तर्मन् को.......समझा तब जीवनदर्शन को छुआ आपने अन्तर्मन् को.......समझा तब जीवनदर्शन को
मतलब के जलवे, बिखरे पड़े है यहाँ हर कोई, अपना उल्लू, सीधा करता है यहाँ ज़मीन से, आसमान तक, होड़... मतलब के जलवे, बिखरे पड़े है यहाँ हर कोई, अपना उल्लू, सीधा करता है यहाँ ज़मी...
तेरी आशाओं के अनुरुप आगे बढ़, जग में कुछ नए करूँगा परिवर्तन। तेरी आशाओं के अनुरुप आगे बढ़, जग में कुछ नए करूँगा परिवर्तन।
नानक , बुद्ध, महावीर से संतों की धरती, प्रताप शिवाजी जैसी वीरता भारत में ही पलती, इति नानक , बुद्ध, महावीर से संतों की धरती, प्रताप शिवाजी जैसी वीरता भारत में ही प...
इसको अपनी जान बनाकर रखना ये कर देते प्रकृति का श्रृंगार। इसको अपनी जान बनाकर रखना ये कर देते प्रकृति का श्रृंगार।